उस भरोसे की गूंज अभी भी हमारे ज़ेहन में है

वो भी कुछ ऐसा ही सामान्य सा ही दिन था जब फेसबुक के हमारे इनबॉक्स में एक संदेश आया. संदेश था- ”अभी तुम्हारा पोस्ट देखा. मीनाक्षी का कपड़ों से आर्ट बनाने के बारे में. दिल्ली में हो तो गूंज आ जाओ. हमें बहुत खुशी होगी अगर तुम्हारे प्रोजेक्ट में कपड़ा दे पाए तो. क्या पता[…]

A little faith…..helps you in a big way

Abstract of the work- Mee believes that artist treat the mundane material in a way that separates them from other people using it. It is Mee’s passion to give new meaning, form and hence new identity to objects that have already lived a life. This is one reason why she often works with old, discarded[…]

अमरीका में घूमती मछलियां…..

अमरीका आते समय जिस बात का दुख सबसे अधिक था उसमें एक बात यही थी कि आर्टोलॉग को कैसे आगे बढ़ाया जाएगा क्योंकि मीनाक्षी की पढ़ाई फिर से शुरु हो रही थी. हालांकि ये तय किया गया कि छुट्टियों में आर्टोलॉग का काम जारी रहेगा. इसी कारण पिछले साल हमने दतिया, फिरोज़पुर और अमरीका आने[…]

A fish aquarium at the autism centre – First community art project in USA

My first community art project in a new country and thats too with an autism centre was not easy but at the end everything ended perfectly as it happens in almost all the projects of artologue. Even before coming to United States, I had opted for community art project in my course in Saint Louis,[…]